Bael Juice Ke Fayde: दोस्तों जैसा की आप सब जानते है, की गर्मियों का मौसम शुरू हो गया है और इस मौसम में लूँ लगना, शरीर में पानी की कमी होना, जी घबराना, नकसीर आना जैसी समस्या आम है, इस मौसम में हमें आपने शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए ज्यूस और शर्बतों का सेवन करना पड़ता है, और इस श्रेणी में गर्मी से बचाने वाला, स्वास्थय के लिए उपयोगी, पौष्टिक और बहुत सारे फायदे लिए जो श्रेष्ठ ज्यूस है वह है बेल (बिल्व) का ज्यूस (Bael Juice)। इसके ज्यूस में अनेक गुण होते है जिनके बारे में हम इस लेख में बात करेंगे।
बेल ज्यूस क्या है ? – What is Bael Juice?
बेल ज्यूस (Bael Juice) इसका अर्थ है बेल फल से बनाया गया ज्यूस । “बेल ” एक प्रकार का फल होता है। जो बाहर से सख्त होता है और अंदर से पीले रंग का गुदा होता है। बेल फल को ” श्रीफल ” के नाम से भी जाना जाता है। जिसका विज्ञानी नाम ऐग्ले मार्मेलोस (Aegle Marmelos) है।
यह विश्व के कई हिस्सों में पाया जाने वाला पेड़ है। बेल (बिल्व) का ज्यूस पीने से शरीर को लू लगने से बचाने में मदद मिलती है। जिसका हर एक कण चिकित्सकीय और औषधीय गुणों से भरा हुआ है। बेल फल को आमतौर पर स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रयोग किया जाता है। इसका ज्यूस पिया जाता है। बेल की तासीर ठंडी होती है। इस ज्यूस से हमारे शरीर को ठण्डा रखने के साथ ही सेहत को कई तरीको से फायदा पहुंचाता है।
इस ज्यूस के कई स्वास्थ्य लाभ बताए गए है। इसे अक्सर पाचन को सुधारने, डाइबिटीज़ को नियंत्रित करने और ताजगी को बढ़ाने के लिए प्रयोग किया जाता है। आपको गर्मियों के मौसम में बेल का ज्यूस (Bael Juice) जरूर पीना चाहिए।
बेल ज्यूस बनाने की विधि – Method of making Bael Juice
सामग्री :-
1. एक बेल (Bael)
2. एक लीटर पानी
3. एक कप बर्फ
4. चीनी (स्वादानुसार)
5. एक चमच्च निम्बू का रस
विधि :-
- सबसे पहले एक बेल फल ले। यह बहुत कठोर (Hard) होने के कारण इसे किसी सख्त चीज़ की सहायता से तोड़े।
- फिर उसमे से गूदे को चाकू की सहायता से निकाले।
- अब एक बर्तन ले उसमे पानी ले फिर हाथों को अच्छी तरह से धो लें या साफ़ पन्नी पहनकर कवर कर ले और गुदे को पानी में निकाल लें।
- अब इस गूदे को हाथों से मसलें।
- इस तरह से गूदे को हमें तब तक मसलना है जब तक उसमें से बीज निकल न जाएं।
- फिर गूदे को अच्छे से पानी में निचोड़े। अब इस ज्यूस को स्वादानुसार चीनी डालकर मिक्सी में चला ले।
- किसी के पास मिक्सी नहीं है तो छलनी की सहायता से इसे छान ले और फिर चमच्च की सहायता से स्वादानुसार चीनी मिला लें।
- फिर ज्यूस में स्वादानुसार निम्बू का रस मिला ले।
- अब ज्यूस में बर्फ डालें। और इसे ठण्डा -ठण्डा सभी को परोसे।
बेल ज्यूस के सेवन करने के फायदे (Benefits of Bael Juice)
बेल ज्यूस(Bael Juice) पीने के कई फायदे होते है। इसमें कैलोरीज की मात्रा (137 calories), पानी (61% water), कार्बोहायड्रेट (33 gm carbohydrates), फैट (0.3 gm fat), प्रोटीन (1.8 gm protein) होता है।
यह एक प्रकार का प्राकृतिक टॉनिक है। जो आपकी सेहत में बहुत तरीको से सुधार लाता है। ये ब्लड शुगर (Blood sugar) को कम करने और ब्लड सर्कुलेशन (Blood circulation) को बढ़ाने का काम करता है। जिससे शरीर को ऊर्जा मिलती है। बेल का ज्यूस कई बिमारियों से बचाता है। इसलिए बेल ज्यूस जरूर से पीना चाहिए।
बेल ज्यूस पाचन तंत्र को सुधारता है:
यह ज्यूस पाचन तंत्र को सुधारने में मदद करता है और पेट से जुडी समस्याओं को कम करता है।
बेल का ज्यूस विटामिनों से भरपूर होता है:
बेल के ज्यूस में विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन बी, पोटैशियम, कैल्शियम, और मैग्नीशियम जैसा महत्पूर्ण पोषक तत्व होते हैं, जो आपकी शारीरिक और मानसिक सेहत के लिए जरूरी होते हैं। और आँख के लिए बहुत फायदेमंद है।
इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है:
इसमे मौजुद विटामिन सी आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है और आपको बीमारी से लड़ने में मदद करता है।
डिहाइड्रेशन को रोकता है:
गर्मी में, बेल का ज्यूस डिहाइड्रेशन होने से बचाता है और शरीर को ठंडक पहुंचाता है।
हृदय स्वास्थ्य के लिए फ़ायदेमंद:
बेल के ज्यूस में पोटैशियम और विटामिन सी से भरपूर होता है जो दिल के लिए फ़ायदेमंद होता है। ये रक्त चाप को नियमित करता है और हृदय रोग से बचाव करता है।
पेप्टिक अल्सर के लिए फायदेमन्द:
बेल के ज्यूसको पीने से शरीर को ठंडक मिलती है। जो की अल्सर को बढ़ने से रोकती है इसलिए अल्सर वाले मरीजों के लिए बेल का ज्यूस बहुत फायदेमंद है।
त्वचा और बालों के लिए फ़ायदेमंद:
इसमे मौजुद पोषक तत्व आपकी त्वचा और बालों के लिए फ़ायदेमंद होते हैं। ये त्वाचा को चमत्कार बनाता है और बालों को मज़बूती प्रदान करता है।
प्यूरीफायर का काम:
बेल का ज्यूस ब्लड प्यूरीफायर की तरह काम करता है. यह शरीर से सभी टॉक्सिन्स (Toxins) को बाहर निकालने में मदद कर सकता है
कोलेस्ट्रॉल स्तर को नियंत्रित रखने में मददगार:
बेल का ज्यूस कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण में मदद करता है और ब्लड कोलेस्ट्रॉल के लेवल को भी कम कर सकता है.
इस तरह, बेल का ज्यूस सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है और इसे नियमानुसार सेवन करना चाहिए।
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बेल ज्यूस के सेवन करने का तरीका – Method of consuming Bael juice
- बेल ज्यूस(Bael Juice) का सेवन आप कभी भी कर सकते हैं, लेकिन देखा जाए तो बेल ज्यूस को सुबह या दोपहर के समय पीने का अधिक महत्व बताया गया है। यह आपकी पाचन प्रणाली को सही ढंग से शुरू करने में मदद करता है, और दिन भर की गतिविधियों के लिए आपको ऊर्जा प्रदान करता है। दोपहर में बेल ज्यूस पीना भी अच्छा होता है, क्योंकि इससे आपको गर्मियों में ठंडक मिलती है और डिहाइड्रेशन (Dehydration) से बचाव होता है।
- कुछ लोग रात को भी बेल ज्यूस पीते हैं, लेकिन अगर आपको एसिडिटी (Acidity) या पाचन संबंधी समस्या है तो रात में इसे अवॉइड (Avoid) करना उचित है, क्योंकि इससे आपको रात को नींद न आने की समस्या हो सकती है।
- बेल ज्यूस का सेवन सुबह या दोपहर के समय करना उत्तम है , जिससे आपको सभी फायदे मिल सकें और आपकी सेहत बेहतर बने ।
बेल ज्यूस में पाए जाने वाले पोषक तत्व – Nutrients found in Bael Juice
इसमें में पाए जाने वाले पोषक तत्व निम्नलिखित होते हैं:-
- अमीनो एसिड
- विटामिन C
- पोटैशियम
- कैल्शियम
- बीटा-कैरोटीन
- आयरन
- फाइबर
- प्रोटीन
- थायमिन
- राइबोफ्लेविन
- कार्बोहायड्रेट
- कैलोरीज़
ये सभी पोषक तत्व आपकी सेहत के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं और बेल ज्यूस का सेवन करके आप इन सभी पोषक तत्वों को अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं।
बेल ज्यूस के सेवन करने के औषधीय गुण – Medicinal properties of consuming Bael Juice
बेल ज्यूस के सेवन करने के औषधीय गुण निम्न प्रकार से है :-
- बेल (Bael) अपने आप में बहुत ही औषधीय गुणों से परिपूर्ण है। बेल के अंदर इसकी पत्तियों एवं लकड़ी के अंदर और यहाँ तक इसके फल के अंदर भी बहुत ही अच्छी खुशबु होती है।
- बेल (bael) वृक्ष के अंदर दशमूल (Dashmool) के द्रव्य है।
आयुर्वेद में दशमूल का महत्व – Importance of Dashmool in Ayurveda
आयुर्वेद के अंदर दशमूल द्रव्यों में बेल (Bael) छाल को और बेल फल के जो बीज होते है, जिनको दशमूल में मिलाया जाता है।
जैसा की जानते है कि आयुर्वेद के अंदर दशमूल का कितना महत्व है। जितने भी तरह के वातज व्याधि है उन व्याधीयों में हम दशमूल का प्रयोग करते है। तो उससे कितने भी तरह के अर्थराइटिस (Arthritis) है , दर्द (pain) है, या जो हमारी प्रसूता माताएँ एवं बहने होती है एवं औरतों के डिलेवरी (Delivery) होने के बाद माताओं का जो शरीर है उसके अंदर जो रोग – प्रभावित होती है, या किसी भी तरह से कोई भी रोग बीमारी होने की सम्भावना होती है,
उस समय दशमूल का काढ़ा पिलाया जाता है। लगभग 10gm दशमूल को को यदि हम 400gm पानी में उबालें और उसके बाद 1/4 रह जाए। फिर उसे छान कर पिलाते है, तो उससे प्रसूता रोग या किसी भी तरह के वातज रोग है या दर्द जैसी बीमारियां है उसमे पूरा लाभ मिलता है।
Note: यह बिल्व या बेल का वृक्ष के दशमूल जो द्रव्य है, उनमे से एक द्रव्य यह भी होता है।
- बेल के 8 -10 पत्तो को पीसकर के हम मिश्री मिलाकर चूर्ण तैयार करते है और इसे एक गिलास पानी में मिलाकर रोजाना पिने से इससे निशुद्ध रूप से जिनको प्रमेह की बीमारी है, चाहे किसी भी तरह के धातु क्षीणता है उनके लिए यह अत्यंत लाभकारी बताया गया है।
बेल ज्यूस के सेवन के बेनिफिट्स – Benefits of consuming Bael Juice
इस जूस के इम्युनिटी बूस्ट (immunity boost) करने के अलावा भी कई ओर फायदे भी है जैसे –
- खून को साफ़ करता है।
- कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है।
- शरीर को ठंडक देता है।
- मिनरल्स भी मिलते है : कैल्शियम (calcium), पोटेशियम (potassium), आयरन (iron) इत्यादि ।
- विटामिन भी मिलते है : विटामिन ए (Vitamin A), विटामिन बी1 (Vitamin B1), विटामिन बी2 (Vitamin B2) और विटामिन सी (Vitamin C)
- पेप्टिक अल्सर (peptic ulcer) में फायदा मिलता है।
- लू लगने से बचाता है।
- हीमोग्लोबिन (Hemoglobin)बढ़ाने में काम करता है।
- आँखों के लिए भी अच्छा बताया गया है।
- लिवर के लिए फायदेमंद है।
बेल के ज्यूस का सेवन करने में सावधानिया – Precautions while consuming Bael Juice
इस जूस को गर्मियों में ही पीना चाहिए। गर्मियों में ही इसका सेवन अधिक फायदेमंद होता है। सर्दियों में बेल ज्यूस का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि बेल की तासीर ठंडी होती है। जिसके कारण सर्दियों में सेवन करने से सर्दी – झुकाम जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
डायबिटीज के मरीज़ों के लिए बेल (बिल्व) के ज्यूस का सेवन अत्यंत लाभदायक है, पर स्वाद में कड़वा, कसेला होने के कारण इसके ज्यूस को स्वादिष्ट बनाने के लिए इसमें चीनी की मात्रा अधिक मिलायी जाती है। ध्यान रहे डायबिटीज के मरीज़ ज्यूस में अधिक चीनी ना मिलाये। डायबिटीज के मरीज़ नाममात्र की चीनी मिलाये।
जिनको एसिडिटी है या पाचन सम्बन्धी समस्या है, उनको बेल ज्यूस का सेवन रात में नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे रात को नींद न आने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
दोस्तों अभी गर्मी का मौसम हैं, तो इसमें बेल (बिल्व) के ज्यूस का सेवन करे, और इसके औषधीय गुणों का भरपूर लाभ उठाये।
आशा करता हूँ कि बेल (बिल्व) के ज्यूस के बारे में आपको यह जानकारी पसंद आयी होगी।
लेखक : डॉ. सुरेंद्र कुमार शर्मा (आयुर्वेदिक चिकित्सक)